Computer kya hai ? आज हम एक ऐसे डिवाइस के बारे में बात करने जा रहे है जिससे आप सभी परिचित है और यह हमारे जीवन का अहम हिस्सा है हम अपने ऑफिस और घरो में देख सकते है जी हां हम बात कर रहे है कंप्यूटर के बारे में की Computer kya hai ? और कंप्यूटर के प्रकार एवं इतिहास|
आज के टाइम में हम स्कुल से लेकर ऑफिस तक में इसका इस्तेमाल रोजाना देख सकते है | और यह हमारे दैनिक कामकाज को पूरा करने के लिए घरों में भी कम्प्युटर का उपयोग खूब किया जा रहा है|
इसलिए हम सभी कंप्यूटर से अच्छी तरह परिचित है.लेकिन परचित होना ही काफी नहीं है हमे इस इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग ठीक ढंग से करना भी आना चाहिए क्युकी कम्पटीशन एग्जाम में भी कम्प्युटर से संबंधित सवाल पूछे जाते है. इसलिए हम इसका Knowlage होना चाहिए की Computer kya hai ? और कंप्यूटर के प्रकार एवं इतिहास
1. Computer kya hai ?
2.कम्प्युटर की परिभाषा क्या है?
3 इसका का पूरा नाम क्या है?
4.कम्प्युटर के प्रकार
5.कम्प्युटर का परिचय
6.कम्प्युटर की विशेषताएं
7.कम्प्युटर की सीमाए
8.कम्प्युटर का इतिहास
9.कंप्यूटर की पीढ़ियां
1. Computer kya hai ?
कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जिसमे अनेक गणितए क्रिया से लेकर आज के कंप्यूटर वो सभी कर सकते है जो हमारे दैनिक जीवन को सरल बना देते है यह हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि Computer सैंकडो गतिविधिया अकेला कर सकता है |
क्युकी कंप्यूटर को कुछ शब्दों में वर्णन करना हमारी मूर्खता होगी क्युकी कंप्यूटर एक इंसान के लिए इतना उपयोगी है की हम डिटेल्स से वर्णन करेंगे तो पूरी किताबें भर जायगी क्युकी हर इंसान के लिए कंप्यूटर अलग अलग उपयोगी है Computer kya hai ? कंप्यूटर एक अंग्रेजी से निकला शब्द है इसका हिंदी में मतलब (Computer Meaning in Hindi) “गणना करना ”होता है |
लेकिन यह कहना गलत होगा की कंप्यूटर सिर्फ गणना करता है पहले ऐसा जरूर था लेकिन आधुनिक कंप्यूटर वो सब कार्य करते है जो हम उनसे उम्मीद करते है सैकडों अलग-अलग कार्य क्र सकता है .|
Computer kya hai ? अगर आप एक Writer से पूछोगे तो वह कहेगा की कम्प्युटर एक टाईप मशीन हैं. इसी तरह हम एक गेम खेलने वाले से पूछेंगे तो वह कहेगा कम्प्युटर एक गेम मशीन है. Computer Operator से पूछोगे तो वह इसे ऑफिस का काम निपटाने वाली मशीन कहेगा क्युकी हर इंसान अपनी समझ के अनुसार इसका वरण करता है इसलिए Computer को कुछ शब्दों नहीं बांधा जा सकता है |
इसलिए हम कह सकते है कि Computer को किसी एक अर्थ में नही बांधा जा सकता है. कम्प्युटर का मतलब उसके उपयोग के आधार पर हर व्यक्ति के लिए अलग है. |
Computer kya hai ? इसका कुछ शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता है क्युकी कम्प्युटर की परीभाषा को हम कम्प्युटर की एक परिभाषा नही मान सकते है इसकी परिभाषा इंसान के कार्य के अनुसार होती है .
2. कम्प्युटर की परिभाषा – Computer Definition in Hindi
Computer kya hai ? यह तो हमने जान लिया अब हम इसकी परिभासा को समझते है – “Computer एक मशीनी उपकरण है जो कुछ तय निर्देशों के अनुसार कार्य को करते है. या Computer एक इलेक्ट्रोनिक उपकरण है जो इनपुट उपकरणों की मदद से आँकडों को लेता है और उसको प्रोसेस करता है फिर उन आँकडों को आउटपुट उपकरणों की मदद से सूचना के रूप में हमको दिखता है|
निर्देशों में कई प्रकार के डेटा शामिल होता है. जिसमे ,संख्या, वर्णमाला, आंकड़े आदि होते है . इस डेटा के अनुसार ही कम्प्युटर हमको परिणाम दिखाता है . यदि Computer को गलत आंकड़े देंगे तो कम्प्युटर भी गलत ही परिणाम हमको दिखाएगा. क्युकी कंप्यूटर में अभी (Artificial Intelligence) का विकास नहीं हुआ है |
Read also deepnesswriter.com/2021/03/04/एंड्राइड-क्या-होता-है-और/(opens in a new tab)
3. कम्प्युटर का जनक कौन है ?
कम्प्युटर का जनक “चार्ल्स बैबेज” को माना जाता है. इन्होने सन 1833 में Analytical Engine का आविष्कार किया था, जो बाद में आधुनिक कम्प्युटर का आधार बना. इसी कारण उन्हे Father of Computer कहा जाता है .|
4. कम्प्युटर का पूरा नाम क्या है( computer ki full form)
जहा तक बात कंप्यूटर के फुल फॉर्म की आती है तो अलग अलग लोगों और संस्थाओं ने अपने अनुभव के आधार पर अलग अलग नाम दिए है Standard Full Form इसकी अभी तक स्पस्ट नहीं है लेकिन एक पॉपुलर फुल फॉर्म निचे दी गयी है –
C – Common
O – Operating
M – Machine
P – Particularly
U – Used in
T – Technology
E – Education and
R – Research
Common Operating Machine Particularly Used in Technology Education and Research.
Read also deepnesswriter.com/2021/03/03/computer-kya-hai-कंप्यूटर-के-प्रकार-एवं/(opens in a new tab)
5. कम्प्युटर के विभिन्न प्रकार (types of computer)
एनालॉगर कंप्यूटर – मापने योग्य मात्रा द्वारा जिसमे डेटा का प्रतिनिधित्व किया जाता है
डेस्कटॉप कंप्यूटर – एक निजी कंप्यूटर जो एक डेस्क पर फिट बैठता है इस कंप्यूटर को अक्सर व्यापार या गेमिंग के लिए उपयोग किया जाता है
डिजिटल कंप्यूटर – अंकों के रूप में व्यक्त अंकों के साथ संचालित होता है
हाइब्रिड कंप्यूटर – एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की विशेषताओं को शामिल करने से बनता है
लैपटॉप (नोटबुक) – एक आसानी से पहुँचाया जाने वाला कंप्यूटर जो हम लैपटॉप के रूप में उपयोग करते है जो ब्रीफ़केस से छोटा होता है
मेनफ्रेम (बड़ा लोहा) कंप्यूटर – एक केंद्रीयकृत कंप्यूटर जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर कंप्यूटिंग के लिए किया जाता है |
माइक्रो कंप्यूटर – आमतौर पर एक पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) के रूप में जाना जाता है। इसमें एकल एकीकृत अर्धचालक चिप माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया जाता है
मिनिकॉम्प्यूटर – एक ऐसा कंप्यूटर जो एक मेनफ्रेम से छोटा है और एक माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा हैकम्प्युटर का पूरा नाम क्या है
नेटबुक – लैपटॉप का एक छोटा और कम शक्तिशाली संस्करण
पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) – एक डिजिटल कंप्यूटर जिसे एक समय में एक व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जाता है
स्मार्टफोन – एक एकीकृत कंप्यूटर के साथ डिज़ाइन किया गया एक सेलुलर मोबाइल फ़ोन
सुपरकंप्यूटर – एक उच्च प्रदर्शन करने वाला कंप्यूटर जो अत्यधिक उच्च गति से संचालित होता है यह वैज्ञानिक प्रयोगसालाओ में उपयोग होता है
टैबलेट कंप्यूटर (टैबलेट पीसी) – एक टच स्क्रीन के साथ एक वायरलेस पर्सनल कंप्यूटर
वर्कस्टेशन – एक विशेष तकनीकी / वैज्ञानिक कार्य को पूरा करने के लिए एकल उपयोगकर्ता के लिए डिज़ाइन किए गए उपकरण
6. कम्प्युटर के विभिन्न उपकरण
System Unit
System Unit एक तरह का का बॉक्स होता है जिसमें Computer को अपना कार्य करने के लिए आवश्यक यंत्र लगे होते है. सिस्टम युनिट को हम CPU (Central Processing Unit) भी कहते है. इसमें mother board, processor आदि लगे होते है यह Computer को कार्य करने लायक बनाते है.|
Monitor
Monitor एक तरह का आउटपुट उपकरण है जो हमारे द्वारा दिए निर्देशों के परिणामों को दिखाता है. यह बिलकुल टीवी की तरह होता है लेकिन आजकल मॉनिटरो की जगह एल सी डी और एल ई डी प्रचलन में आ गए है|
Keyboard
Keyboard एक इनपुट उपकरण है जिसके द्वारा हम टाइप करते या लिखते है और यह उसका Computer को निर्देश देता है. इसकी मदद से ही Computer को आंकडे एवं निर्देश पहुंचाए जाते है . इसमें हमारे टाइप करने की कुंजिया लगी होती है इनसे आप टाइप क्र सकते है |
Mouse
Mouse भी एक तरह इनपुट उपकरण है जो Computer को निर्देश देने के लिए होता है. हम इसके द्वारा कंप्यूटर के मॉनिटर में उपलब्ध चीज़ो को चुनते है और चलाते है और यह चूहे के आकार का होने की वजह से इसको Mouse कहा जाता है |
Speakers
Speakers आउटपुट उपकरण होता है जो हमें Computer से आने वाली आवाज को सुनने में मदद करते है. इसके द्वारा हमें गानों, फिल्मों, प्रोग्रामो आदि की आवाज़ सुन सकते है
Printer
Printer भी एक आउटपुट उपकरण होता है जो Computer द्वारा दिखाई गयी सूचनाओं को कागज पर प्रिंट करता है है. कागज पर प्रिंट होने वाली सूचनाओं को ‘हार्डकॉपी’ भी कहते है |
Read also deepnesswriter.com/2021/03/04/ब्लॉकचेन-टेक्नोलॉजी-क्या/(opens in a new tab)
7. कम्प्युटर की विशेषताएं –
वर्तमान में हमारे द्वारा की गयी कामो की जगह अब कंप्यूटर ने ले ली जो कंप्यूटर काम करता है वो हमारे हाथो से किये काम से कही गुना स्पीड से करता है |कंप्यूटर की विशताये इस प्रकार ह
computer ke features
7.1 गति – Speed
कम्प्युटर बहुत ही तेज गति से कार्य करता हैं.यह लाखो गणनाये सिर्फ सैकण्डो में कर लेता है
कम्प्युटर की डाटा लेने और गणनाये करने की गति को माईक्रोसैकण्ड (10–6), नैनोसैकण्ड (10-9) एवं पिकोसैकण्ड (10-12) में मापा जाता हैं. सामान्यत प्रोसेसर की एक यूनिट की स्पीड दस लाख प्रति सैकण्ड MIPS (Millions of Instructions Per Second)
7.2 शुद्धता – Accuracy
कम्प्युटर GIGO (Garbage in Garbage Out) सिद्धांत पर काम करता हैं.इसलिए
कंप्यूटर के परिणामो में कोई भी त्रुटि नहीं आती है १००% एक्यूरेसी होती है यह इसकी सबसे बड़ी विसेषता है
7.3 परिश्रमी – Diligence
कम्प्युटर एकबिना थके और रुके काम करने वाली मशीन है जबकि इंसान थक जाता है इसलिए कंप्यूटर का सहारा लिया जाता है यह हम जो भी निर्देश देते है उसको एकाग्रता, ध्यान, मेहनत और शुद्धता से पूरा करता हैं
7.4 बहुप्रतिभा – Versatility
कम्प्युटर एक बहु-उद्देश्य मशीन हैं.क्युकी इसमें बहुत से कार्य किये जाते है
इसके द्वारा हम टाईपिंग, दस्तावेज, रिपोर्ट, ग्राफिक, विडियों, ईमेल और भी बहुत से जरूरी काम किया जाता है |
7.5 स्वचालित – Automation
कम्प्युटर एक स्वचालित मशीन हैं.अगर एक बार इसको चालू करके निर्देश दे देते है तो बहुत से कार्य विणा इंसानो के क्र लेती है
7.6 संप्रेषण – Communication
एक कम्प्युटर मशीन अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाईसों से भी डाटा का आदान-प्रदान कर सकता हैं.यह नेटवर्क के जरीए अपना डाटा का आदान प्रदान एक दूसरे मसिनी ुकरण से करता है
7.7 भंडारण क्षमता – Storage Capacity
कम्प्युटर में बहुत विशाल मेमोरी लगी होती हैं.और हम चाहे तो इस मेमोरी को बड़ा भी सकते है कंप्यूटर के डाटा ,सुचना और दूसरे डाटा को विशाल मेमोरी में ही रखा जाता है |
7.8 विश्वसनीय – Reliability
यह एक भरोसेमंद और विश्वसनीय मशीन हैं.क्युकी यह गलती नहीं करती है | और यह दीर्ध अवधि तक बिना रूकावट चल सकती है और इसके पार्ट्स को चेंज भी किया जा सकता है | यह इंसान के काम को ईमानदारी से करती है बिना कोई गलती इसलिए इंसान सबसे अधिक भरोसा करता है |
8. कम्प्युटर की सीमाएं – Limitations of Computer in Hindi
Computer kya hai ? कम्प्युटर एक मशीन हैं इसकी विशेषताएं के साथ साथ इसकी कुछ सीमाएं भी है
कंप्यूटर स्वयं कार्य नहीं कर सकता यह इंसानो के दिए कार्य को कर सकता है इसलिए इसको इंसानो पर निर्भर रहना पड़ता है इस मशीन में बुद्धिमता नहीं होती यहाँ पर मेरा मतलब सोचने समझने की क्षमता नहीं होती इसलिए इसको भुधिहिं मशीन कह सकते है |
लेकिन आज के कम्प्यूटरो में Artificial Intelligence के जरिये सोचने समझने की और तर्क करने की क्षमता विकसित की जा रही हैं.
कंप्यूटर को काम करने के लिए साफ-सुथरे वातारण की जरुरत पडती हैं. क्युकी धूल-भरी जगह पर इसकी कार्यक्षमता पर असर होता है
Read also deepnesswriter.com/2021/03/03/इंटरनेट-क्या-होता-है-और-कै/(opens in a new tab)
9. आधुनिक कंप्यूटर का इतिहास (history of computer)’
आधुनिक Computer kya hai ?-modern computer की शुरुआत ईसा पूर्व ही हो चुकी थी. जब चीनियों ने अबेकस का आविष्कार किया था इसके बाद विभिन प्रकार के मशीन अस्तित्व में आयी लेकिन आधुनिक कंप्यूटर का इतिहास चार्ल्स बबेज द्वारा लागू विश्लेषणात्मक इंजन के साथ शुरू हुआ ।
मैकेनिकल कैलकुलेटरों के अलावा, पहला प्रयोग करने योग्य कंप्यूटर वैक्यूम ट्यूब के साथ शुरू हुआ, और ट्रांजिस्टर के आविष्कार के साथ त्वरित हुआ, तब एकीकृत सर्किट में बड़ी संख्या में एम्बेडेड हो गया|
आधुनिक कंप्यूटर 1945 में जॉन वॉन न्यूमैन द्वारा निर्धारित किए गए संग्रहीत कार्यक्रम के विचारों का स्वाभाविक रूप से पालन करते हुए बनाया गया हैं। यह कंप्यूटर एक समय में एक निर्देश द्वारा कंप्यूटर पर पढ़ा जाता है, एक ऑपरेशन किया जाता है, और कंप्यूटर तब अगला निर्देश पढ़ता
1.प्रथम पीढ़ी (first generation)
1940 से 1956 तक
पहली पीढ़ी के कंप्यूटरो में कमरे के आकार की मशीनें हुआ करती थी जो सीमित आंतरिक भंडारण के लिए सर्किटरी और चुंबकीय ड्रम के लिए वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया जाता था। वैक्यूम ट्यूब प्रयोग के कारन इन कंप्यूटर से बहुत अधिक ऊष्मा उत्सर्जित होती थी जो इन कंप्यूटर की सबसे बड़ी समस्या थी |
इस पीढ़ी के कंप्यूटर में डेटा इनपुट और एक बाइनरी मशीन कोड (भाषा) के लिए छिद्रित कार्ड का इस्तेमाल किया।यह समझ पाना बहुत कठिन था पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरणों में एबीसी शामिल है (एटनासॉफ़ बेरी कंप्यूटर), कोलोसस, आईबीएम 650 और ईडीवीएसी (इलेक्ट्रॉनिक डिसक्रीट वेरिएबल कंप्यूटर)।
2. दूसरी पीढ़ी(Second generation)
1956 से 1963
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूबों की जगह ट्रांजिस्टर ने ले ली ,इस ट्रांजिस्टर का आविष्कार 12 sep 1958 में हुआ था यह ट्रांजिस्टर प्रथम पीढ़ी कंप्यूटर की तुलना में तेज़ होते थे भंडारण क्षमता के लिए चुंबकीय टेप भंडारण का उपयोग किया जाने लगा , बीएएल (मूल कोडांतरक भाषा) का इस्तेमाल किया और इनपुट के लिए छिद्रित कार्ड का उपयोग करना जारी रखा गया ।
लेकिन प्रोगरामिंग के लिए बाइनरी भाषा की जगह असेंबली भाषा प्रयोग में लायी गयी ट्रांजिस्टर ने कम शक्ति उपयोग की और वैक्यूम ट्यूबों की तुलना में कम गर्मी उत्पन्न की। दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों के उदाहरणों में IBM 7090, IBM 7094, IBM 1400 और UNIVAC (यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर) आदि शामिल हैं।
3. तीसरी पीढ़ी (third generation)
(1964-1973)
एकीकृत सर्किट
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर ने कई ट्रांजिस्टर और MOS (मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर ) मेमोरी के साथ IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) का इस्तेमाल किया गया ।तीसरी पीढ़ी में इनपुट देने के लिए कीबोर्ड और आउटपुट के लिए मोनीटर का प्रयोग किया जाने लगा, और सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग इसी पीढ़ी में किया गया, और यह एक CUI आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम था |
आई. सी. का अविष्कार 1958 में जैक किल्बी द्वारा किया गया | आई. सी. के प्रयोग से कंप्यूटर का आकार पहले से बहुत छोटा हो गया और बहुत तेज़ कार्य करने लगे | तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में प्रोग्राम के लिए उच्च स्तरीय भाषा का प्रयोग किया जाने लगा और ये कंप्यूटर एक समय में एक से ज्यादा कार्य करने में सक्षम थे |
4.चौथी पीढ़ी(fourth generation)
1972 से 2010
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में VLSI (बहुत बड़े पैमाने पर एकीकरण), RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी), ROM (केवल पढ़ने के लिए मेमोरी), और C और C ++ सहित उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं के साथ ही एकीकृत सर्किट और माइक्रोप्रोसेसरों का उपयोग किया जाने लगा वर्ल्ड वाइड वेब और क्लाउड कंप्यूटिंग का निर्माण और विस्तार ने इस अवधि के दौरान कंप्यूटिंग क्षमताओं में काफी जयादा वृद्धि की है।
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का आकार बिलकुल t.v . के जितना हो गया चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों के उदाहरणों में Apple के Macintosh और IBM के PC शामिल हैं।
5.पाँचवी पीढ़ी (1982-वर्तमान)
fifth generation कृत्रिम बुद्धि
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी ए.आई. के साथ विकसित की जा रहे है , ए.आई. का मतलब (Artificial Intelligence)की एक ऐसी मशीन जो मानवीय गुणों को समझ सके इस पीढ़ी में बड़े पैमाने पर एकीकृत चिप्स और एक से अधिक सीपीयू (प्रोसेसर) का उपयोग करते है |
यह अत्यधिक जटिल समस्याओं को हल करते हैं, तार्किक (मानव-जैसे) तर्क के माध्यम से निर्णय लेना आदि यह पीढ़ी अभी विकास कर रही है पांचवी पीढ़ी के कुछ उपकरण जैसे- फिंगर प्रिंट , रोबोट , आवाज द्वारा इनपुट देना आदि
तो आज हमने जाना Computer kya hai ? इसके कितने प्रकार है और इसकी कितनी पीढ़िया सहित बहुत सारी इनफार्मेशन |