Artificial Intelligence kya hai ? इसके फायदे और इसके नुक्सान


Artificial Intelligence kya hai ? – वर्तमान समय इतना तेज़ी बदल रहा है फ्यूचर की तो हम कल्पना नहीं कर सकते की क्या क्या नया होने वाला है रोज नई टेक्नोलॉजी विकसित होती है और फिर बहुत तेज़ी से पुरानी हो जाती है कुछ साल पहले हमने जिन चीज़ो का सपना भी नहीं देखा था |

आज वो हमारे सामने है तो हम यह सोच भी नहीं सकते की फ्यूचर कितना एडवांस होगा सिर्फ अंदाजा लगा सकते है लेकिन इसी बीच जो टेक्नोलॉजी सबसे ज्यादा पॉपुलर है वो है आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानि मानव द्वारा विकसित कत्रिम बुद्धिमता और आने वाला फ्यूचर भी शायद इसी का ही होगा हम निचे इसके बारे में विस्तार से जानेंगे की Artificial Intelligence kya hai ?

1. Artificial Intelligence kya hai ?

 मानव द्वारा विकसित कत्रिम बुद्धिमता और आने वाला फ्यूचर भी शायद इसी का ही होगा हम निचे इसके बारे में विस्तार से जानेंगे की Artificial Intelligence kya hai ?

Artifical Intelligence kya hai ? (AI) का मतलब एक ऐसी बौदि्धक क्षमता है जो इंसानो द्वारा विकसित की गयी है या दूसरे शब्दो में कहे तो जो इंसान का दिमाग सोचता है निर्णय लेता और इंसान में मौजूद तर्कसकती और भावनाओ को बनावटी तरीके मशीने में डाल देना है या इंसान के दिमाग की नक़ल करके वैसा मशीनी दिमाग विकसित करना है जो इंसानो के जैसे कार्य क्र सके |

Artificial इंटेलिजेंस में इंसानो द्वारा मशीनो को इतना बुद्धिमान बनाया जाता है की वह इंसानी दिमाग की तरह कर सके | Artificial इंटेलिजेंस में मशीनो में निम्न गुण जैसे विचार करने, नियोजन, सीखने, भाषा की प्रोसेसिंग, अवधारणा, गति, रचनात्मकता आदि चीज़े डाली जाती है।


Artificial इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की बहुत विकसित तकनीक इसकी विकसित करने में विज्ञान को कई सादिया लगी और आगे भी इसका विकास जारी है|

2. artifical Intelligence शुरुवात

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुवात 1950 में हुए थी लेकिन अभी सिर्फ इसका 10% विकास ही हुआ है बहुत विकास होना बाकी है यह बहुत बड़ा कांसेप्ट है कंप्यूटर विज्ञान इस पर कार्य कर रहा है आने वाला टाइम artifical Intelligence का होने वाला है

टेक्नोलॉजी की दुनिया में नए बदलाव होंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम द्वारा 1997 के शतरंज के महान खिलाड़ियों गैरी कास्पोरोव को भी हराया जा चुका है | अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) सिस्टम और भी एडवांस हो चुका है जिससे वह भाषा समझ कर निर्णय ले सके और अपनी भावनाये शेयर कर सके

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3. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) किस तरह काम करता है ?

इंसान की तरह सोचना और भावनाये व्यक्त करना ,

इंसान की जैसे व्यवहार करना.

तथ्यों को समझना एवं तर्क एवं विचार करके जवाब देना
इन Core parts पर AI काम करता है
Reasoning
Learning
Planning
Problem solving
Knowledge
Ability to move objects and manipulate
Perception

इसका हम आने वाले टाइम में driverless cars और रोबोट्स एवं विभिन फील्ड में इसका उपयोग देख सकते है |

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4. artifical Intelligence(AI) से फायदे

 मानव द्वारा विकसित कत्रिम बुद्धिमता और आने वाला फ्यूचर भी शायद इसी का ही होगा हम निचे इसके बारे में विस्तार से जानेंगे की Artificial Intelligence kya hai ?

Artificial Intelligence kya hai ? -AI के बहुत फायदे है जिससे दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव होंगे क्युकी इसको फ्यूचर की तकनीक कहा जा रहा है GOOGLE ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की ऐसी कारें जो बिना DRIVER के चलेगी इस पर रिसर्च शुरू कर दी है |

और आने वाले टाइम में हम ऐसी कारे बाजार में देख सकेंगे इन कारो में सेंसर लगा हुआ होगा जिससे यह automatic चलेगी इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा की इससे सड़क दुर्घटना में कमी आएगी

artifical Intelligence हमारी error कम करके अधिक एक्यूरेसी के साथ अधिक सटीक रिजल्ट देगा|
artifical Intelligence की मदद से स्‍पेस की खोज में और ज्यादा अच्छे रिजल्ट मिलेंगे और कंप्यूटर साइंस में तेज़ी से निर्णय लेने और सटीकता में मदद मिलेगी | इंसान की मेहनत कम हो जाएगी उसकी जगह मशीन अपना काम करेगी और इंसानो के समय में भी बचत होगी


विभिन्न छेत्रो में जैसे कम्यूनिकेशन, डिफेंस, हेल्थ आदि इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग होने से इनमे क्रांतिकारी बदलाव आयेंगे और मशीनी रोबोट्स और दूसरी चीज़े आने से इंसान मशीन पर ज्यादा निर्भर हो जायगा

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5. Artifical Intelligence(AI) के नुकसान

Artificial Intelligence kya hai ? आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के फायदे के साथ साथ नुकसान भी है क्युकी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मशीने खुद निर्णय ले सकेगी और वो इंसानो की तरह काम करने लगेगी जिससे इंसानो पर निर्भरता कम हो जायगी और िउनके पास इंसानो जैसा दिमाग होगा जिससे इन्सान और मशीन के बीच कम्पटीशन भी हो सकता है |

इसके इस्तेमाल से इंसानो के काम मशीन करने लगेगी कंपनियो, उधोगो ,बैंको में इसका उपयोग होगा जिससे लोगो की जॉब पर असर होगा और बेरोजगारी बढ़ जायगी |

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मशीनी मानव क्या पता हथियार को बना डाले जो इंसानो के लिए ख़तरनाक हो या वह इंसान को ख़तम भी कर सकता है क्युकी इंसानो से पॉवरफुल होने के कारण वह हम पर शासन करने लगे कुछ भी हो इसका नुकसान मानव अस्तित्व पर ही होगा

6. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का इतिहास (History of Artificial Intelligence)

Artificial Intelligence kya hai ? – 1956 जॉन मैकार्थी द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द की नीव रखी और कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय में पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) कार्यक्रम का प्रदरसन किया गया 1958 में जॉन मैकार्थी द्वारा AI के लिए LISP प्रोग्रामिंग भाषा का आविष्कार किया 1965 में MIT के जोसेफ वेइज़ेनबाम ने एलिज़ा का निर्माण किया और यह अग्रजी में एक संवाद पर चलती थी

1969 स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रोबोट विकसित कर लिया, जो हरकत, धारणा और समस्या के समाधान जैसी चीज़े करने में निपूर्ण था artifical Intelligence का इतिहास बहुत उतार चढ़ाव भरा रहा है |

1973 में अमेरिकी तथा ब्रिटिश सरकारों की तरफ से धन देना बंद कर दिया. आर्टिफिशियल इंटेलेजेंस रिसर्च के इस कठिन समय को AI Winter का नाम दिया लेकिन 7 वर्ष बाद जापानी सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्ये को देखते हुए सरकारों तथा विभिन्न इंडस्ट्री को अरबों डॉलर दिया गया|

लेकिन कंप्यूटर हार्डवेयर क्षमता में कमी के कारण धन देना बंद कर दिया गया लेकिन वर्तमान में फिर से इस पर काम किया जा रहा है लेकिन अब आने वाला समय artifical Intelligence का होगा |

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7. कुछ अनसुलझे सवाल हैं जिनके बारे –


AI के आने से मनुष्य को काफी फायदे होंगे लेकिन कई ऐसे अनसुलझे सवाल है सामाजिक , राजनीतिक या नैतिक पहलुओं के साथ जिनका जवाब मिले बिना इस पर प्रसनचिन लगा रहेगा। artifical Intelligence के ज्यादा इस्तेमाल से ऐसे परिणाम भी हो सकते हैं जिनकी कल्पना भी हमने नहीं की होगी |

AI में मनुष्यों के जगह बड़े पैमाने पर मशीनों से उपयोग लिया जाएगा, मशीनें स्वयं ही निर्णय ले लेगी और अगर मशीने हमारे नियंत्रण होती गयी तो इससे मनुष्य के लिये खतरा उत्पन्न हो जायगा |


वैज्ञानिक इसको बड़ा खतरा तब बताते हैं जब कृत्रिम बुद्धि के द्वारा मशीनें मानवीय नियंत्रण से बहार होकर मनुष्य के नैतिक प्रश्नों पर फैसला लेने लगेंगी। उदहारण के लिए जैसे- जीवन, सुरक्षा, जन्म-मृत्यु, सामाजिक संबंध आदि |

महान भौतिक वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिन्स ने भी यही कहा था कि मनुष्य का विकास हज़ारों वर्षों से बहुत धीरे हुआ है लकिन AI का विकास कुछ ही दशको में हो गया है इससे मनुष्य AI का मुकाबला नहीं कर पाएगा |
बिल गेट्स का भी यह मानना था कि यदि मनुष्य अपने से ज्यादा ताकतवर सोचने-समझने वाली मशीन बना लेगा तो यह मनुष्य के अस्तित्व के लिये ही बड़ा खतरा बन जायगी

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